अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाकर दी गयी आई फ्लू से बचाव एवं उपचार की जानकारी
जिला सिंगरौली से ब्यूरो चीफ विवेक पाण्डेय की खास रिपोर्ट
जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश रिर्टन विश्वकाशी राष्ट्रीय हिन्दी मासिक समाचार पत्र (RV NEWS LIVE) ब्यूरो न्यूज़/सरई तहसील अन्तर्गत विभिन्न गांवों में इन दिनों फैल रही आई फ्लू की बीमारी एवं संक्रमण को ध्यान में रखते हुए अदाणी फाउंडेशन द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है जिससे स्कूली बच्चों एवं स्थानीय ग्रामीणों को उचित बचाव एवं उपचार की जानकारी दी जा सके। आई फ्लू की दस्तक ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को बीमार कर दिया है, ऐसे में आसपास के विद्यालयों के साथ-साथ सुलियारी टोला, फाटपानी और झलरी गांव में बुधवार और गुरुवार को स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
चिकित्सकों के मुताबिक बच्चों में आई फ्लू होने की आशंका अधिक होती है। बच्चे शारीरिक रूप से ज्यादा एक्टिव होते हैं और ज्यादातर समूहों में रहते हैं। खनुआ स्थित आर एंड आर कॉलोनी के एपीएमडीसी मॉडल स्कूल और खनुआ खास गांव स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में मेडिकल टीम ने बच्चों की आंखों की जांच की और आवश्यक दवाइयां दी गयी। इसके साथ ही अध्यापकों को आई फ्लू से बचने के बारे मेडिकल टीम के द्वारा सलाह भी दी गयी। इस दौरान दोनों विद्यालयों के लगभग 600 छात्र-छात्राओं के अलावा शिक्षक भी मौजूद रहे।
इस मौके पर चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रितेश एवं डॉक्टर सौरभ ने बताया कि मौसम के बदलने और हवा में नमी के कारण ये रोग पनपता है। सामान्य तौर पर आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति तीन से सात दिन के भीतर पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाता है। इस रोग से घबराने की आवश्यकता नहीं है। सिर्फ सावधानी और संक्रमित व्यक्ति से दूरी बना कर इस संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकता है। खाना खाने से पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ धोने चाहिए। अगर किसी को इंफेक्शन है तो वह डॉक्टर की सलाह लेकर आंखों में दवा डालें। भीड़ वाली जगह पर जाने से परहेज करें और आंखों को बार-बार हाथ लगाने से बचें। चश्मे और आंखों के संपर्क में आने वाली किसी भी वस्तु की नियमित सफाई भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। घर पर अभिभावक और स्कूल में शिक्षकों को बच्चों को हाथों को लगातार धोने रहने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
जबकि सुलियारी टोला, फाटपानी और झलरी गांव में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों में लगभग 100 स्थानीय ग्रामीणों ने स्वास्थ्य परीक्षण करवाया, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इस दौरान ग्रामीणों की आवश्यक जांच के साथ रक्तचाप, हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर और मलेरिया की जांच भी की गयी। गौरतलब है कि सरई एवं माडा तहसील अन्तर्गत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंदों के बीच स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के समाधान के लिए अदाणी फाउंडेशन की तरफ से समय-समय पर इस तरह के स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता रहा है।